आरोप : सर्वे करने आई टीम ने मिलीभगत कर अनुसूचित जाति के लोगों के नाम हटाए बीपीएल सूची से।
शिकायतकर्ता का आरोप सर्वे टीम ने जाति विशेष के लोगों को भी बना दिया अनुसूचित जाति का ,ले रहे बीपीएल योजना का लाभ।
मामला पहुंचा मुख्यमंत्री के दरबार मे, जिला कष्ट निवारण समिति में भी दी गई है शिकायत।
कुरुक्षेत्र । जिले के गांव अजराना खुर्द में अनुसूचित जाति के लोगों को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का दूसरे वर्ग के लोग लाभ उठा रहे हैं। आरोप है कि गांव में सर्वे के लिए आई विभागीय टीम ने जांच के दौरान जाति विशेष के लोगों को भी बीपीएल परिवार को मिलने वाली सुविधा की कैटेगरी में डाल दिया। जिसके आधार पर जाति विशेष के लोग अनुसूचित जाति को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं । जबकि अनुसूचित जाति के लोगों को सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा ।
जिले के गांव अजराना खुर्द एक व्यक्ति ने जो खुद भी सरकार की सुविधाओं से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित है। जिला कष्ट निवारण समिति और सीएम विंडो पर शिकायत देकर गरीब परिवार के लोगों की हक की मांग उठाई है। और आरोपीयों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है ।

अजराना खुर्द के निवासी राज कूमार ने सीएम विंडो और जिला कष्ट निवारण समिति में दी शिकायत में कहा है कि उसका और गांव के कई गरीब परिवारों के प्रदेश सरकार की ओर से बीपीएल कार्ड बने हुए है और उन्हें बीपीएल के तहत सुविधाएं मिल रही थी । लेकिन सर्वे की जांच के लिए गांव में पहुंची अधिकारियों की टीम ने अनेकों गरीब जाति के परिवारों के लोगो के नाम बीपीएल सूची से हटा दिए और अनेकों ऐसे लोगों के नाम बीपीएल सूची में डाल दिए जो अनुसूचित जाति के नहीं थे ।
आरोप है की सर्वे की जांच में आए अधिकारियों ने नंबरदार, सरपंच व पंचायत सदस्यों से मिलीभगत कर अनुसूचित जाति के लोगों के नाम बीपीएल सूची से हटा दिए और जाति विशेष के लोगों को अनुसूचित जाति का दिखाकर बीपीएल सूची में डाल दिया। शिकायतकर्ता राजकुमार ने आरोप लगाया है की सर्वे के लिए आई अधिकारियों की टीम ने सरपंच व पंचायत के सदस्यों और गांव के नंबरदार के साथ मिलीभगत से बहुत बड़ा घोटाला किया है । अगर इस मामले की गंभीरता से जांच कराई जाए तो एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।
उन्होंने शिकायत की कॉपी उपायुक्त कूरूक्षेत्र व अन्य अधिकारियों को करते हूए गुहार लगाई है कि आरोपीयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए और गरीब परिवार के लोगों के बीपीएल कार्ड दोबारा से जारी किये जाए ताकि उन्हें सरकार की सुविधाओं का लाभ मिल सके ।
अब देखना होगा कि सरकार की ओर से इस घोटाले में क्या कार्रवाई की जाती है ।
शिकायतकर्ता राजकुमार ने कहां है कि अगर मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो वह इस मामले को अदालत में ले जाएंगे । जब तक उसे व गांव के गरीब परिवारों को इंसाफ नहीं मिलेगा भी चैन से नहीं बैठेंगे। अगर कहीं धरना प्रदर्शन करना पड़ा तो उससे पीछे भी नहीं हटेगे । वहीं इस मामले को लेकर गांव के पीड़ित लोग प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज और दूसरे मंत्रियों को से मिलकर इस घोटाले की जांच की मांग करेंगे ।

Author: Jarnail
Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com