पेंशन लेने के लिए बुजुर्ग खा रहे धक्के, तीन किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता है बैंक ।
बैंक की ओर से नियुक्त एजेंसी नहीं दे पा रही बुजुर्गों को पेंशन, बुजुर्गों में चिंता ।
कुरुक्षेत्र । सरकार की ओर से बुजुर्गों को दी जाने वाली वृद्धा पेंशन समय पर नहीं मिल पा रही । जिसके चलते बुजुर्गों का अपमान हो रहा है । बुजुर्गों को तीन-तीन महीने तक बुढ़ापा पेंशन नहीं मिल पाती। बुजुर्गों को बुढ़ापा पेंशन लेने के लिए धक्के खाने को विवश होना पड़ता है। ऐसा ही मामला खंड पिपली के गांव बजीदपुर व बिहोली में सामने आया है। जहां पर बुजुर्गों को तीन महीने से पेंशन नहीं मिल पाई है। हालांकि प्रदेश सरकार की ओर से उनके बैंक खातों में समय पर पैशन डाल दी गई थी। लेकिन पेंशन वितरित करने वाली एजेंसी ने बुजुर्गों को समय पर पेंशन नहीं दी। पेंशन वितरित करने वाली एजेंसी कई कई महीने तक अपने खाते में बुढ़ापा पेंशन रख रख रही है । जिसके चलते बुजुर्गों को परेशानी से गुजरना पड़ता है।
गांव बजीदपुर निवासी केहर सिंह, मामराज, रामदिया, मामचंद, नन्हा राम, रामप्यारी, उर्मिला देवी,सहती देवी,सुरेश रानी,शिन्दों ,राजरानी, गुरमीत कौर, निर्मल सिंह ने बताया कि उनके गांव में पेंशन वितरण करने वाली एजेंसी एचडीएफसी बैंक की ओर से नियुक्त की गई है । एजेंसी का गांव में बीसी पॉइंट है। लेकिन बीसी पाईट बुजुर्गों को पेंशन नहीं दे पा रहा। जब भी बुजुर्ग उनके पास पेंशन लेने के लिए जाते हैं तो उनकी ओर से बताया जाता है कि पीछे से बुढ़ापा पेंशन नहीं आई है। ऐसे में बुजुर्गों को अपनी पेंशन लेने के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं । इतना ही नहीं उन्हें 3 किलोमीटर चलकर बैंक में जाना पड़ता है । बुजुर्गों ने बताया कि सरकार की ओर से समय पर खाते में पेंशन डाली जाती है लेकिन संबंधित एजेंसी समय पर उन्हें बुढ़ापा पेंशन नहीं दे पाती ।
नहीं मिली पेंशन बांटने की कमीशन : सूनील कूमार
बीसी पॉइंट संचालक सुनील कुमार से बातचीत की गई तो उसने बताया कि उन्हें भी पिछले 5 महीने से मेहनत नामा नहीं मिल रहा है । जिसके चलते उनके सामने भूखा मरने की नौबत आई हुई है। सूनील कूमार ने बताया कि पीछे से एजेंसी की ओर से बीसी प्वाइंट को पेंशन नहीं भेजी गई है । इसलिए वह बुजुर्गों को पेंशन नहीं दे पा रहे ।
एजेंसी के स्टेट हैड ने नहीं रिसीव किया फोन ।
वीरेन फाइनैंशल एजेंसी के स्टेट हैड धनेंद्र चंदाना से उनके मोबाइल पर संपर्क साधा गया तो उन्होंने मोबाइल पर घंटी जाने के बाद भी रिसीव नहीं किया ।

Author: Jarnail
Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com