गुणवत्तापरक शिक्षा महत्वपूर्ण, ऊंची इमारतों से नहीं विद्यार्थियों से बनती है शिक्षण संस्थानों की पहचान : राज्यपाल
राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को आजादी का अमृत महोत्सव में सक्रिय भागीदारी के लिए किया प्रोत्साहित
डा. अंबेडकर और गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास का अध्ययन जरूर करें विद्यार्थी
पुस्तकालय भवन में स्थापित भारत की प्रथम संविधान सभा के चित्र को किया लोकार्पित
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया डा. बीआर अंबेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का निरीक्षण
विश्वविद्यालय में व्यवस्थाओं व सुविधाओं की समीक्षा करते हुए छात्र-छात्राओं से की सीधी बातचीत
सोनीपत, 02 अगस्त । डा. बीआर अंबेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने पर बल देते हुए हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्सााहित किया कि वे खुद को मात्र किबाती ज्ञान तक सीमित न रखें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को प्रायोगिक तथा व्यावहारिक ज्ञान भी हासिल करना चाहिए। इस प्रकार बेहतरीन संतुलन के साथ विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ते हुए राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका अदा करनी चाहिए।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय मंगलवार को राजीव गांधी एजुकेशन सिटी राई स्थित डा. बीआर अंबेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का दौरा कर रहे थे। उन्होंने बेहद गंभीरता के साथ विश्वविद्यालय में हर प्रकार की व्यवस्थाओं और सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने दौरे की शुरुआत डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शैक्षणिक भवन के दौरे से की, जहां उन्होंने कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए शिक्षण विधि की समीक्षा की। इसके पश्चात उन्होंने गल्र्स होस्टल व ब्वायज होस्टल का दौरा करते हुए रसोईघर का निरीक्षण किया। विद्यार्थियों को दिए जाने वाले भोजन को भी उन्होंने स्वयं चखते हुए जांच की। छात्र सोमेश व जयदीप से उन्होंने भोजन तथा छात्रावास सुविधाओं की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने छात्रावास में कमरों तथा शौचालय आदि सुविधाओं की पड़ताल भी की।

राज्यपाल ने हैल्थ सेंटर का दौरा करते हुए जानकारी ली कि प्रतिदिन कितने विद्यार्थी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाते हैं। तदोपरांत उन्होंने पुस्तकालय भवन का दौरा करते हुए माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना की। साथ ही उन्होंने पुस्तकालय भवन में स्थापित किये गये भारत की प्रथम संविधान सभा के चित्र (फोटो- 1956) को भी लोकार्पित किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद करते हुए सुविधाओं व मांगों की जानकारी ली और संविधान निर्माता के विषय में भी पूछा।
राज्यपाल दत्तात्रेय ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया कि वे बाबा साहब डा. बीआर अंबेडकर के विषय में जरूर अध्ययन करते हुए उनके इतिहास की जानकारी लें। डा. अंबेडकर बेहद गरीब परिवार से संबंध रखते थे जिन्होंने खूब अन्याय सहकर भी खुद को साबित किया। उनके जैसा व्यक्तित्व अनुकरणीय है जिन्होंने अपने ज्ञान व संघर्ष के बल पर दुनिया में अमिट पहचान बनाई। साथ ही उन्होंने बताया कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें विद्यार्थियों को सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए। महोत्सव के तहत देश के गुमनाम शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया जा रहा है।

राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित किया कि वे देश के ऐसे गुमनाम सेनानियों के इतिहास को भी अवश्य जानने का प्रयास करें, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देश के मान-सम्मान की रक्षा की। विद्यार्थियों को भी देश का मान-सम्मान बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए, जिसके लिए वे भ्रष्टïचार से दूर रहकर सच्चाई के मार्ग पर चलने का प्रण लें। अहिंसा को अपनाते हुए झूठ से दूर रहें और दिल में देशभक्ति का जज्बा लेकर आगे बढ़ें। उन्होंने बहन-बेटियों के सम्मान पर भी बल देते हुए कहा कि आज लड़कियां हर क्षेत्र में लडक़ों को पीछे छोड़ रही हैं। उन्होंने स्वच्छता बनाये रखने पर भी जोर देते हुए कहा कि इससे शुद्घ वातावरण स्थापित होगा, जिससे अच्छे विचार और आचार को बल मिलेगा। उन्होंने विद्यार्थियों को विशेष रूप से छात्राओं को प्रेरित किया कि वे रोजाना कम से कम एक घंटा मैदान में अवश्य बितायें। शारीरिक रूप से मजबूती के लिए खेलों को भी अपनायें।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने बताया कि विश्वविद्यालय की अभी शुरुआत है, जिसमें हर प्रकार की बेहतरीन सुविधाएं दी जाएंगी। इनकी समीक्षा के लिए उन्होंने बहुत अल्प सूचना देते हुए विश्वविद्यालय का दौरा किया, जिसमें विशेष रूप से सुविधाओं व इन्फ्रास्ट्रक्चर की पड़ताल की है, जिसे और सुदृढ़ किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान की पहचान ऊंची इमारत से नहीं अपितु उसके विद्यार्थियों और वहां के वातावरण से होती है। डा. बीआर अंबेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की पहचान देश के अच्छे शिक्षण संस्थानों में होनी चाहिए।

छात्राओं ने की होस्टल में वाई-फाई की सुविधा देने की मांग:
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के आह्वान पर छात्र-छात्राओं ने खुलकर अपनी बात की। कुरुक्षेत्र की रहने वाली प्रथम वर्ष की छात्रा अल्पना ने होस्टल में वाई-फाई की सुविधा की मांग की, जिसे मौके पर ही स्वीकृत करते हुए 15 दिनों के भीतर यह सुविधा देने का आश्वासन दिया गया। गुरूग्राम की अनुष्का व दिल्ली की अनुष्का ने विश्वविद्यालय की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। छात्र मृत्युंजय मोहन मिश्रा व पंजाब के अभयदीप ने संविधान निर्माता के जीवन और संदेश को आत्मसात करने पर बल दिया। प्रथम वर्ष की गौरी सहरावत व द्वितीय वर्ष की छात्रा श्रुति बिश्नोई ने कहा कि विश्वविद्यालय में बेहतरीन शैक्षणिक माहौल है।
इस दौरान कुलपति डा. अर्चना मिश्रा ने राज्यपाल का स्वागत और आभार व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के विषय मेंं संक्षिप्त जानकारी देते हुए भविष्य की योजनाओं से अवगत करवाया। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त शांतनू शर्मा, एएसपी निकिता खट्टïर, राज्यपाल के एडीसी जगदीप सिंह, विश्वविद्यालय के कुलपति डा. अमित कुमार, पीआरओ अमरीश प्रजापति, सतीश राणा, ज्योति राणा आदि मौजूद थे।

Author: Jarnail
Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com