Explore

Search
Close this search box.

Search

October 27, 2025 10:18 PM

वक्त करे है फैसला ◆◆ ● ◆◆

WhatsApp
Facebook
Twitter
Email

–सत्यवान ‘सौरभ’

●●●
मंत्र प्यार का फूँकते, दिल में रखते घात ।
रिश्ते क्या बेकार है, करना उन से बात ।।
●●●
कहाँ मनों में भावना, कहाँ दिलों में प्यार ।
रिश्ते ढूंढें फायदे, मानो कारोबार ।।
●●●
हाथ मिलाते गैर से, अपनों से बेज़ार ।
‘सौरभ’ रिश्ते हो गए, गिरगिट से मक्कार ।।
●●●

छोटी-मोटी बात को, कभी न देती तूल ।
हर रिश्ते को मानती, बेटी करे न भूल ।।
●●●
भाई-चारा प्रेम हित, रिश्ते हैं बीमार ।
दु:ख-सुख की बातें गई, गया मनों से प्यार ।।
●●●
सील गए रिश्ते सभी, बिना प्यार की धूप ।।
धुंध बैर की छा रही, करती ओझल रूप ।।
●●●
सुख की गहरी छाँव में, रिश्ते रहते मौन ।
वक्त करे है फैसला, कब किसका है कौन ।।
●●●

लेकर पैसे गाँठ में, कहता खुद को धन्य ।
सोचो कितने खो दिए, रिश्ते यहाँ अनन्य ।।

(सत्यवान ‘सौरभ’ के चर्चित दोहा संग्रह ‘तितली है खामोश’ से। )

— सत्यवान ‘सौरभ’,
रिसर्च स्कॉलर, कवि,स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, आकाशवाणी एवं टीवी पेनालिस्ट,
333, परी वाटिका, कौशल्या भवन, बड़वा (सिवानी) भिवानी, हरियाणा – 127045

मोबाइल :9466526148,01255281381
(मो.) 01255-281381 (वार्ता)

Jarnail
Author: Jarnail

Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com

Advertisement
लाइव क्रिकेट स्कोर