बाबैन, शर्मा । लाडवा हल्के से वरिष्ठ कांग्रेस नेता शमशेर मलिक एडवोकेट ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार से प्रदेश का हर वर्ग नाराज है और किसी भी वर्ग की कोई सुनवाई न होने पर लोगों को धरने, प्रदर्शन, हड़ताल का सहारा लेना पड़ रहा है। लेकिन, सत्ता के नशे में चूर सरकार का घमंड अब ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है। अपनी लंबित मांगों और सरकार की निजीकरण समेत अन्य कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ विभिन्न विभागों के सरकारी कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार कर्मचारी विरोधी नीतियों को त्यागकर सकारात्मक रुख के साथ कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी मांगों पर गौर करे।
कांग्रेसी नेता शमशेर मलिक बाबैन अनाजमंडी में अपने कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने ने कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहराते हुए कहा कि बार-बार आवाज उठाने के बाद भी जब उनकी मांगों की तरफ केंद्र और प्रदेश सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो उन्हें मजबूरी में हड़ताल करनी पड़ रही है। इनकी समस्याओं, मांगों की तरफ ध्यान दिया जाता तो प्रदेश में हड़ताल की कोई नौबत ही नहीं आती और न ही प्रदेश के लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी होती। उन्होनें कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकारों को हड़ताल पर चल रहे सभी विभागों के कर्मचारियों की सभी मांगों को तुरंत प्रभाव से मान लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि दिन प्रतिदिन बढ़ते पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर के दामों ने आम जनता की कमर तोड़ के रख दी है जिस कारण जनता बेहद परेशान हैे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में कहा था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना कर देंगे, लेकिन किसानों की आय तो दोगुना नहीं हुई, जबकि पेट्रोल-डीजल, गैस के दाम दोगुने जरूर हो गए। उन्होंने कहा कि इस सरकार में किसान, व्यापारी, मजदूर हर वर्ग परेशान है।
उन्होंने कहा कि पट्रोल, डीजल व बढ़ती हुई से लोगों में त्राहि त्राहि मंची हुई है व लोग महंगाई के खिलाफ सडक़ों पर उतरने पर मजबूर हो रहे है।
Author: Jarnail
Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com