रसोई गैस के दामों में हो रही बढ़ोतरी से उपभोक्ताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर।
बोले : बार-बार चीजों के दामो मे बढ़ोतरी कर रही सरकार ।
की मांग : रसोई गैस के बढ़े हुए दामों को तुरंत लिया जाए वापस , महंगाई पर लगाया जाए अंकुश ।
कुरुक्षेत्र । घरेलू गैस सिलेंडर के दाम एक बार फिर बढ़ने से उपभोक्ताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है। उपभोक्ताओं का कहना है कि बार-बार घरेलू गैस सिलेंडरों में बढ़ोतरी ने रसोई के बजट को बिगाड़ दिया है। रसोई गैस में हो रही बेतहाशा वृद्धि से जहां ग्रहणी या नाराज हैं तो वहीं दूसरी ओर रसोई गैस के दाम में वृद्धि से अब रसोई चलाना भी मुश्किल हो गया है। रसोई का आर्थिक बजट बिगड़ गया है।
वीना रंगा ,तनुजा ,कुसुम सैनी ,पुनिता व रीना देवी का का कहना है कि तेल कंपनियां बार-बार पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में वृद्धि कर रही हैं। इतना ही नहीं रसोई गैस के दामों में कई बार वृद्धि की गई है। पिछले 1 साल में रसोई गैस के दाम में 194 रुपए की वृद्धि की गई है । अभी पिछले दिनों रसोई गैस के दाम में दो बार वृद्धि की गई थी जिसके बाद रसोई गैस का सिलेंडर 1 हजार के पार पहुंच गया था। अब दोबारा से रसोई गैस के सिलेंडर में 3.50 रुपए की वृद्धि की गई है।

गैस सिलेंडर के दाम में की गई वृद्धि उपभोक्ताओं के हितों के साथ खिलवाड़ है। सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से फेल हो रही है। बार-बार चीजों के दाम बढ़ते जा रहे हैं। उससे आने वाले दिनों में लोगों के सामने मुश्किलें आएंगी। उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। महंगाई के चलते पहले ही आम आदमी की कमर टूट चुकी है। और अब दोबारा से रसोई गैस के सिलेंडरों में दामों में वृद्धि की गई है जिससे रसोई का खर्चा कई गुना बढ़ गया है।
इस वृद्धि के बाद से लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है । उनका कहना है कि सरकार ने उन्हें अच्छे दिन दिखाने का ढोंग रच कर उनके वोट ले लिए थे । लेकिन सत्ता संभालने के बाद नेता सभी वायदे भूल गए। उनका कहना है की हर चीज के दाम बढ़ रहे हैं। अगर दाम बढ़ने का यही हाल रहा तो देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाएगी। और भारत में भी श्रीलंका जैसा हाल होगा । उनका कहना है की खाद्य पदार्थों के दामों में भी लगातार हो रही वृद्धि से रसोई का आर्थिक बजट गड़बड़ा गया है।

उन्होंने सरकार से मांग की कि बढ़ रही महंगाई पर अंकुश लगाया जाए और रसोई गैस के सिलेंडरों में बढ़ाई गई वृद्धि को तुरंत वापस लिया जाए । अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो उपभोक्ताओं को मजबूरन सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ आंदोलन चलाने के लिए विवश होना पड़ेगा।
Author: Jarnail
Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com