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July 4, 2025 9:12 PM

वार्षिक “हरि मानव एकता संत सम्मेलन” पठानकोट के लिए आध्यात्मिक,सामाजिक और धार्मिक यात्रा

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रविदासिया धर्म को समर्पित कुरुक्षेत्र से स्वामी जगत गिरी आश्रम पठानकोट “हरि मानव एकता संत सम्मेलन”

शिरोमणी गुरु रविदास महाराज जी के संदेश को समर्पित

हाल ही में रविदासिया धर्म को समर्पित एक यात्रा आयोजित की, जिसमें श्रद्धालु कुरुक्षेत्र और अंबाला से डेरा सचखंड बल्लां जालंधर होते हुए दो बसें जिसमें सेकड़ों श्रद्धालु बस में गुरु महिमा , गुरु जी के गीत गाते हुए आनंद में भाव विभोर होकर अंततः स्वामी जगत गिरी आश्रम, पठानकोट पहुंचे।

यह यात्रा सतगुरु रविदास महाराज जी के विचारों और संदेशों के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित थी । जिसका आयोजन ग्लोबल रविदासिया हरियाणा की टीम ने किया। इसकी प्रेरणा हमें ग्लोबल रविदासिया यूरोप (रजि) अंतर्राष्ट्रीय चेयरमैन से मिली। गजब हरियाणा के संपादक डॉ जरनैल सिंह रंगा, ग्लोबल भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेर सिंह अम्बाला, रविदासिया धर्म प्रचारक बहन रीटा,जिंदों, सरोज, सरदार मान सिंह, राणा महिंद्र सिंह, नौरंग राम, दलबीर सिंह , राजेंद्र सिंह कुरुक्षेत्र, धर्मपाल रविदासिया व देशपाल पेहवा, फकीर चंद अम्बाला, राजपाल अम्बाला सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मिलकर इसे एक यादगार यात्रा बना दिया ।

इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को शिरोमणी गुरु रविदास महाराज जी के इतिहास से जोड़ना और संत महापुरषों के मिशन के बारे में अवगत करवाना था । ताकि आने वाली पीढ़ी अपने महापुरषों के बारे में जान सके ।

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यात्रा का पहला पड़ाव जालंधर था, जो रविदासिया धर्म के प्रचार में विशेष स्थान रखता है। जालंधर और आसपास के क्षेत्रों में शिरोमणी गुरु रविदास महाराज जी के कई प्रमुख स्थान हैं, लेकिन इस यात्रा में सभी स्थानों पर जाना संभव नहीं हो सका। इस प्रकार के कार्यक्रम भविष्य में भी जारी रहेंगे ताकि धर्म के प्रचार-प्रसार को और गति मिले।

डेरा सचखंड बल्लां, जालंधर का मुख्य स्थान है, जो रविदासिया धर्म के प्रचार का वैश्विक केंद्र है। वर्तमान गद्दीनशीन संत स्वामी निरंजन दास जी महाराज हैं, जो सतगुरु रविदास महाराज जन्म स्थान चेरिटेबल ट्रस्ट, सीर गोवर्धनपुर वाराणसी के चेयरमैन भी हैं। हालांकि, इस समय गद्दीनशीन महाराज जी शिरोमणी गुरु रविदास महाराज जी के संदेश के प्रचार के लिए दुबई गए हुए थे। फिर भी यहाँ का वातावरण अत्यंत आध्यात्मिक और प्रेरणादायक है। डेरा सचखंड बल्लां से पूरे विश्व में सैकड़ों मंदिर शिरोमणी गुरु रविदास महाराज जी के नाम से संचालित हैं और हमारे धार्मिक इतिहास को संरक्षित कर रहे हैं। यहाँ पहुंचकर संगत को एक अद्वितीय आनंद की अनुभूति होती है ।

श्रद्धालु अधिक होने के कारण स्वामी जगत गिरी आश्रम पठानकोट में कुछ असुविधा न हो इसलिए संगत द्वारा डेरा सचखंड बल्लां, जालंधर में रुकने पर विचार किया जाने लगा, परंतु बाद यह निर्णय लिया गया की अब सीधे स्वामी जगत गिरी आश्रम पठानकोट जाएगी । अंतत यात्रा साँय 7.30 बजे तक स्वामी जगत गिरी आश्रम पठानकोट पहुंची और वहाँ का वातावरण देखकर संगत की सारी थकावट दूर हो गई । चारों तरफ चहल पहल थी , दुकाने सजी हुई थी। शाम का समय होने के कारण मंदिर और मुख्य द्वार की लाइट बहुत सुन्दर लग रही थी, बहुत ही अद्भुत नजारा था । जब हम पहुंचे तो हजूर महाराज स्वामी गुरदीप गिरी जी महाराज के प्रवचन चल रहे थे ।


प्रवचन के बाद सत्संग की आरती अरदास के बाद समाप्ति हुई ।
अगले दिन की शुरुआत कुछ संगत द्वारा सुबह 5:30 बजे योग साधना कार्यक्रम में भाग लेने से हुई। सुबह 10 बजे शिरोमणी गुरु रविदास महाराज जी की आरती “वर्ल्ड पीस टेंपल” में हुई, जो बेहद आध्यात्मिक और शानदार अनुभव था। स्वामी जी ने शेर सिंह को फोन करके साथ आए श्रद्धालुओं को मेडिटेशन सेंटर में मिलने के लिए बुलाया। लेकिन साथ वाले श्रद्धालु से संपर्क नहीं हो पाया तो शेर सिंह , डॉ जरनैल रंगा, नकोदर से प्रचारक मनदीप दास , दिल्ली से संत के सी रवि, करोल बाग गुरु रविदास विश्राम धाम के प्रधान गोपाल कृष्ण को।लेकर स्वामी जी से मिले तो स्वामी जी ने गर्म सिरोपे डाल कर अपना आशीर्वाद बख्शा और हमारी रूह गद गद हो गई जी गुरु जी दर्शन करके तेरे।

सुबह 11 बजे मुख्य कार्यक्रम आरंभ हुआ और दोपहर करीब 2 बजे हजूर महाराज स्वामी गुरदीप गिरी जी महाराज जी के प्रवचन शुरू हुए। प्रवचनों और आशीर्वाद के बाद, संगत शाम 6 बजे कुरुक्षेत्र और अंबाला के लिए रवाना हुई, इस प्रकार एक यादगार यात्रा का समापन हुआ।

“हरि मानव एकता सम्मेलन” स्वामी जगत गिरी आश्रम, पठानकोट में प्रतिवर्ष 24 और 25 दिसंबर को स्वामी जगत गिरी जी के परिनिर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होता है। यह कार्यक्रम शिरोमणी गुरु रविदास महाराज जी के आध्यात्मिक संदेशों के प्रचार के साथ-साथ समाज सेवा के लिए समर्पित है। इस यात्रा ने श्रद्धालुओं को न केवल आध्यात्मिकता की गहराई से जोड़ने में मदद की, बल्कि सतगुरु के संदेश को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया, जो सच्चे ज्ञान, प्रेम और मानव एकता पर आधारित है।

डॉ.जरनैल रंगा, संपादक
गजब हरियाणा समाचार पत्र

Jarnail
Author: Jarnail

Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com

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