संत निर्मल दास महाराज के प्रवचनों से शाहाबादवासी हुए गदगद
रविदास मंदिर (जलेबी पुल) पर भंडारे में सत्संग का आयोजन
कुरूक्षेत्र । भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के सदस्य सूरजभान कटारिया ने कहा है कि आज विश्वभर में भारतीय संविधान से हमारा देश विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसित हो रहा है । कटारिया शनिवार को शाहाबाद के नलवी रोड जलेबी पुल स्थित गुरु रविदास मंदिर प्रांगण में गुरु रविदास अमर ज्योति जागरण मिशन के द्वारा आयोजित संविधान दिवस के अवसर पर अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमारे देश का संविधान भारत रत्न बाबासाहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी द्वारा रचयिता है और यह भारतीय संविधान सर्वश्रेष्ठ संविधान है समय-समय पर अनेक देशों ने भारतीय संविधान का लोहा माना है और उससे प्रेरणा ली है। संविधान दिवस पर मुख्य प्रवचन करने के लिए विशेष रूप से पंजाब से गुरु रविदास साधु संप्रदाय समिति के प्रधान संत निर्मल दास महाराज जी ने जहां गुरु रविदास जी की शिक्षाओं को अपने जीवन में धारण करके जीवन सफल बनाना चाहिए!
संत महाराज निर्मल दास जी के गुरु रविदास जी के संदेश प्रवचनों से शाहबादवासी गदगद हुए, उपस्थित श्रद्धालुओं ने गुरु रविदास अमृत शक्ति अमर रहे और बाबा साहब अंबेडकर अमर रहे की जय घोष करके धार्मिक माहौल बनाया। संत निर्मल दास जी के साथ आई बहन संतोष ने कहा कि हमें बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के सिद्धांत “शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो” को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर गुरु रविदास अमर ज्योति जागरण मिशन के प्रधान सुखबीर सिंहा और ढगाली गांव के पूर्व सरपंच रोशन लाल के द्वारा संत निर्मल दास, बहन संतोष जी और सूरजभान कटारिया, स. ज्ञानी सज्जन सिंह सहित अन्य अतिथियों को संविधान का स्मृति चिन्ह भेंट किया। इसके बाद संस्था के द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से गुरु रविदास समाज कल्याण सभा एवं धर्मशाला के प्रधान सूरजभान नरवाल, सचिव ओम प्रकाश, कांग्रेस नेता बाबूराम तुषार लुखी, जीतराम शेर, चमन लाल, रामकुमार ढगाली, बाबा सतीशदास हांबड़ी, जोगिंद्रो देवी, रामस्वरूप ढांडा, मोहित, मांगेराम धरौली, सुरेश ठोल, किशन कुमार कलेरा तथा तरसेम सहित कई गणमान्य साधु संत आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
सूरजभान कटारिया को सम्मानित करते संत निर्मल दास एवं संस्था के पदाधिकारी।

Author: Jarnail
Jarnail Singh 9138203233 [email protected]