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August 3, 2025 1:12 AM

कुश्ती-दंगल हमारी प्राचीन सभ्यता व संस्कृति के प्रतीक : विर्क

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लखमड़ी में आयोजित दंगल में हरी पहलवान सोनीपत ने अमित पहलवान चंडीगढ़ को दी पटखनी

बाबैन, 2 नवम्बर (राजेश कुमार) : मीर बाबा पीर की मजार लखमड़ी में आयोजित दो दिवसीय वार्षिक मेला विशाल दंगल के साथ संपन्न हो गया। दंगल में हरी पहलवान सोनीपत ने अमित पहलवान चंडीगढ़ को पटखनी देकर मेले की सर्वश्रेष्ठ कुश्ती अपने नाम की। मेले के दूसरे दिन संगरूर पंजाब के एसपी नवरीत सिंह विर्क द्वारा अपने पैतृक गांव लखमड़ी में गांव के पूर्वजों की याद में विशाल कुश्ती-दंगल का आयोजन करवाया गया था। उन्होंने दंगल का शुभारंभ नामी पहलवानों का हाथ मिला कर करवाया व समारोह की अध्यक्षता निर्मल सिंह चीमा पटियाला ने की।

इस अवसर पर शमशेर जीत सिंह विर्क, मेला प्रबंधक कमेटी के प्रधान जसविन्द्र सिंह ढिल्लो, सरपंच सतपाल सिंह, बीज निगम के डायरेक्टर जितेन्द्र सिंह गिल, हरिन्द्र सिंह विर्क, बलजिंदर सिंह, जितेन्द्र कुमार, निर्भय सिंह, सुरेन्द्र विर्क, जगदीश पाल, बाबू राम, जितेन्द्र कुमार, सुरजीत सिंह व शिवकुमार सैनी के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। दंगल में श्रेष्ठ जौहर दिखाने के लिए नारायणगढ़ के पहलवान काला को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लोगों व पहलवानों को संबोधित करते हुए एसपी नवरीत सिंह विर्क ने कहा कि गांवों में लगने वाले दंगलों में लगने वाली कुश्ती हमारी प्राचीन भारतीय सभ्यता व संस्कृति की प्रतीक है जो हमारे पूर्वजों की याद को भी ताजा करते है।

उन्होंने कहा कि ये दंगल प्राचीन समय के राजा-महाराजाओं के जमाने से भारत देश में प्रचलित रहे है जिनका गांवों के लोग खुब आनंद उठाते है और उनका खूब मनोरंजन भी होता है। भारत के कारण ही आज कुश्ती के खेल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ी पहचान मिल रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर ऐसे आयोजनों से जहां लोगों में आपसी भाई-चारा पनपता है वहीं युवा वर्ग को प्राचीन संस्कृति को जीवित रखने व अपने पूर्वजों को याद रखने की भी प्रेरणा भी मिलती है।

उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आज के आधुनिक युग में नशें जैसी बुराइयां त्यागकर खेलों के प्रति अपनी रूचि दिखाएं क्योंकि आज खेल आज रोजगार और आर्थिक विकास का बड़ा साधन बन गए है। उन्होंने कहा कि वे इस बात का प्रमाण है कि आज जो इस पद पर पहुंचा हूं यह खेलों की ही देन है। इस अवसर पर कुश्ती में दूर दराज से आए पहलवान कर्ण पटियाला, नोनू व गुरप्रीत चण्डीगढ, अशोक यमुनानगर, नवाब सहारनपुर, काला उमरी, बिन्दर पानीपत, गौरी शंकर, बिल्ला करनाल, खली चीका, बगा जगाधरी के अलावा दर्जनों युवा पहलवानों ने अपने दमखम दिखाए।

Jarnail
Author: Jarnail

Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com

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