बाबैन,शर्मा । प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सोहन लाल ने कहा कि पिछले 2 वर्षो से स्कूल कोरोना की मार झेल रहे हैं एवं बच्चों का लर्निंग लॉस पहले ही बहुत ज्यादा हो चुका है। ऐसे में स्कूल को फिर से बंद करके सरकार ने बहुत गल्त निर्णय लिया है क्योंकि इससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि देश मे सबसे गैर जरूरी कार्य अगर कोई है तो वह शिक्षा का प्रचार – प्रसार है, जिम, क्लब, शराब के ठेके सब खुले है, बन्द है तो सिर्फ शिक्षा के मन्दिर है जबकि अन्य कार्यक्रमों में लोगो को इकठ्ठा होने की इजाजत है और इससे कोरोना नही फैल रहा है लेकिन स्कूल की क्लास में बच्चे भी आये तो उनसे कोरोना फैल जाएगा।
जिलाध्यक्ष सोहन लाल सैनी प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन की बैठक में जिला के स्कूल संचालकों से विचार विमर्श करने के उपरांत आर्दश स्कूल बरगट जाटान में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंनेे कहा कि संक्रमण के नाम पर स्कूलों को बंद नहीं करना चाहिए, भारत मे 70 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे स्कूलों के बंद होने से बुरी तरह प्रभावित हुए है और यह प्रभाव 10 वर्षो से कम उम्र के बच्चों पर ज्यादा हुआ है। सभी विकसित देशों में भी स्कूल खुले है परंतु हमारी सरकारों के पास कोरोना से लडऩे का एक मात्र कारगर उपाय स्कूल बंद करना ही है।

बाजारों में भीड़ हो, मेले लगे हो, ट्रेन में लोग सफर करते हो इनसे कोरोना नहीं होता सिर्फ स्कूलों में पढ़ाई शुरू होने से कोरोना फैलता है इसलिए हमारा सरकार से अनुरोध है कि तुरंत प्रभाव से नर्सरी से लेकर 12वीं तक के स्कूल खोले जाए ताकि शिक्षा को फिर से पटरी पर लाया जाए। अभी कुछ जिलों में ही अभिभावकों ने आंदोलन किये है, अगर सरकार का रवैया ऐसा ही रहा तो सरकार की काली नीतियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर अन्य प्राईवेट स्कूलों के संचालक भी मौजूद रहे।
Author: Jarnail
Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com