कुरूक्षेत्र । जिला प्रशासन ने वीरवार को पीपली चौक पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गोदामों के बाहर लगे शेडों और रेहड़ी-खोखों को हटा दिया। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। प्रशासन की इस कार्रवाई से जहां पुनर्वास हटा दिया गया, वहीं वर्षों से वहां काम कर रहे छोटे मरीजों और रेहड़ीवालों की रोजी-रोटी छीन ली गई। कई इलेक्ट्रॉनिक्स और रेहड़ी वालों ने आरोप लगाया कि उन्हें अपना सामान समय से पहले ही नहीं निकालना पड़ा।

दिव्यांग दंपत्ति अपना दुखड़ा सुनाते हुए।
दिव्यांग दंपत्ति की छिन गई आजीविका
इस कार्रवाई का सबसे बड़ा खामियाजा एक दिव्यांग दंपत्ति को भुगतना पड़ा, जो वर्षों से एक छोटा सा खोखा चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे। प्रशासन ने उन्हें भी नहीं बख्शा, जिससे वे पूरी तरह से बेसहारा हो गए हैं। इस घटना पर कुरुक्षेत्र विकलांग कल्याण ट्रस्ट के प्रधान और किशनपुरा निवासी सतीश कुमार ने गहरा दुख और नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वे वर्षों से दिव्यांगों के कल्याण के लिए मंत्रियों और अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। सतीश ने कहा, “प्रशासन और सरकार चाहती है कि हम काम न करें, बल्कि भीख मांगें।” उन्होंने कहा कि अब उनके पास अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए भीख मांगने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है।

कई बार दिए गए थे नोटिस: प्रशासन
वहीं, इस कार्रवाई में अधिकारियों का कहना है कि सामान को पहले कई बार हटाने की चेतावनी दी गई है। उन्होंने बताया कि आज भी कार्रवाई से पहले उन्हें सूचित किया गया था। यह कार्रवाई पिपली चौक पर यातायात व्यवस्था और सौंदर्यीकरण के लिए जरूरी थी। हालाँकि, प्रभावित इलेक्ट्रॉनिक्स और रेहड़ीवालों का कहना है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला और अचानक हुई इस कार्रवाई से वे पूरी तरह से टूट गए हैं।

Author: Jarnail
Jarnail Singh 9138203233 editor.gajabharyananews@gmail.com