गांव रामशरण माजरा में श्रीमद् भागवत कथा का हुआ सुभारंभ
बाबैन, शर्मा । गांव रामशरण माजरा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में कथावाचक पंडित कमल कुश बालछप्पर ने श्रोताओं को काम क्रोध, मद, मोह लोग से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा हृदय से किया गया प्रभु स्मरण मनुष्य के मोक्ष के द्वार खोलने का काम करता है इसलिए अपने मन को काबू में रखते हुए अपने हृदय को प्रभु चरणों में स्मृत रखिए। कथावाचक पंडित कमल कुश गांव राम शरणमाजरा में डा. कमल सैनी के पूत्र अमित सैनी पौंकी, संजीव सैनी, राजीव सैनी के द्वारा उनकी हवेली पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे।
श्री मद् भागवत कथा के प्रथम दिन कथावाचक पंडित कमल कुश श्रीमद्भागवत गीता का महत्व समझाते हुए कहा कि भगवत गीता में मनुष्य के जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण सार समाहित है। उन्होंने अहंकार और संस्कार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अहंकार दूसरों को झुका कर खुश होता है और संस्कार स्वयं झुक कर खुश होता है। उन्होंने कहा कि आत्मा अर्थात मन का सूक्ष्म रूप संकल्प है संकल्प और कुछ नहीं एक प्रकाश का बिंदु है ऐसे ही परमपिता परमात्मा भी एक बिंदु ही है सारे संसार को शक्ति इसी बिंदु से मिल रही है । उन्होंने कहा कि आज समाज को भक्ति के मार्ग पर चला कर एक बड़ा परिर्वतन लाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि भक्ति मार्ग पर चल कर युवा वर्ग मे अच्छे संस्कार पैदा होते है। उन्होंने कहा कि सात्विक भोजन करते हुए भक्ति मागज़् पर चल कर इंसान कभी बुराईयों की तरफ नहीं जाता तथा संसारिक आवागमन से मुुक्त होकर प्रभु प्राप्ति कर लेता है। इस मौके पर समाजसेवी अमित सैनी पौंकी, पंडित वैभव शर्मा, बाल कृष्ण शर्मा, कुटलहैड भाजपा मंडल महामंत्री मास्टर रमेश शर्मा, विरेंद्र डांडा, उपदेश शर्मा, सुरेंद्र सैंसा, राजेंद्र सैनी, जसविंद्र सैनी, संजय सैनी, निर्मल सैनी, विनोद सैनी व अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।
Author: Jarnail
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